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जीवन मिलीया-मिलिया, आशीष ठहरी- ठहरी
बरकत आई- बरकत आई ऐ खुदा
बंधन टुट गए-टुट गए, गम वी मुक गए-मुक गए
अथरु सुक गए- सुक गए ऐ खुदा
जीवन मिलेया आशीष ठहरी
. .

1. मेरी ढाल ओह बन जांदा
ख्याल रखदा हर पल दा
मेरे दुख सुख दा सांझी
मेरे नाल नाल चलदा
ना मैं अकना , ना मैं थकना
करांगे महिमा , ऐ खुदा
जीवन मिलेया आशीष ठहरी ..

2 . इमान जो मैं करेया
पल्ला येशु दा फडेया
ओहने तरस मेरे ते खा
मैनूं चंगा वी करेया
चाअ जिहे चढ़ गए , डूबे वी तर गए
दुश्मन हर गए , ऐ खुदा
जीवन मिलेया आशीष ठहरी


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By admin

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