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1. आओ आनन्द मनाएं (2) यीशु राजा मेरा हो गया,
इस सृष्टि का पालनहारा, मेरे हृदय का राजा हुआ (2)
आहा आनन्द है! परमानन्द है, क्या यह मेरा सौभाग्य है (2)
इस सृष्टि का पालनहारा मेरे हृदय का राजा हुआ (2)
2. मेरे बालकपन से उसने मुझे चुन लिया,
मैं था भटका और दूर हो गया,
उसकी करुणा ने फिर भी न छोड़ा,
नया जीवन मुझे दे दिया (2) अहा, आनन्द है............
3. मैं बना रहूंगा प्रेम में अपने प्रभु के,
चाहे कोई भी बाधा पडे़, उसकी आज्ञा को न भूलंगा,
जब तक उसका आना न हो (2) अहा आनन्द है.......
4. जब प्रभु आयेगा, मुझे साथ ले जायेगा,
ताकि उसके साथ मैं रहूं,
उसकी संगति में मैं बना रहूंगा,
जहाँ आनन्द ही आनन्द है। (2)

       2 शमूएल 22
मृत्यु की तरंगों ने तो मेरे चारों ओर घेरा डाला,
अधर्मियों की बाढ़ ने मुझ को घबड़ा दिया या; 
अधोलोक की रस्सियां मेरे चारों ओर थीं, 
मृत्यु के फन्दे मेरे साम्हने थे। 
अपने संकट में मैं ने यहोवा को पुकारा; 
और अपने परमेश्वर के सम्मुख चिल्लाया। 
औंर उस ने मेरी बात को अपने मन्दिर में से सुन लिया,
और मेरी दोहाई उसके कानों में पहुंची

      2 Samuel 22:5-7

The waves of death swirled about me;
    the torrents of destruction overwhelmed me.
The cords of the grave coiled around me;
    the snares of death confronted me.

“In my distress I called to the Lord;
    I called out to my God.
From his temple he heard my voice;
    my cry came to his ears.


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