II Share This Post, कृपया इस पोस्ट को दुसरो को शेयर जरुर करे II

Rate this post

कलवरी पर यीशु मुआ, (2) वहाँ जीवन का सोता बहा (2)
पापी प्यास तू अपनी बुझा। (2)

  1. उसके पंजर में भाला छिदा, उसके हाथों में कीले ठुकीं,
    उसने क्या-क्या दुःख न सहा। कलवरी….
  2. उसके लहू से ले तू नहा, साफ होंगे तेरे गुनाह,
    वह सबके लिये मुआ। कलवरी……
  3. हे पापियों तुम भी पियो, हे धर्मियों तुम भी पियो,
    वह सबके लिए है बहा। कलवरी…

तीतुस 3:5 
तो उस ने हमारा उद्धार किया:
और यह धर्म के कामों के कारण नहीं,
जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के
अनुसार, नए जन्म के स्नान,
और पवित्र आत्मा के हमें
नया बनाने के द्वारा हुआ।

II Share This Post, कृपया इस पोस्ट को दुसरो को शेयर जरुर करे II

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!