मन तो प्रभु का मंदिर है, तन अपना दान करो,
अपने प्रभु की सेवा में, सब अपना दान करो।
- है याद तुम्हे जन्में थे तुम पाप के सागर में,
और पाने तुम्हें आया, वह पाप के सागर में,
उस प्यारे प्रभु के नाम के लिए,
कुछ अपना दान करो। मन तो प्रभु का मंदिर है…. - कल तुम जो भटकते थे, अनजान सी राहों में,
यीशु ने तुम्हंे बचा लिया, अपनी प्यार की बाहों में,
जो भी मिला है प्रभु में तुम्हें औरों को दान करो
मन तो प्रभु का मंदिर है… - अन्धकार से जीवन में, वह रोशनी ले आया,
उस रोशनी में हमने, एक मार्ग नया पाया,
जीवन तुम्हारा उसका, जीवन बलिदान करो।
मन तो प्रभु का मंदिर है….
मैं पिताहीन का पिता हूँ और विधवाओं का बचाव करता हूँ । (भजन 68:5)