यीशु सलीब पर मुआ, तेरे लिए मेरे लिए,
कैसा महान दुःख सहा, तेरे लिए मेरे लिए। (2)
- नदियां वो कैसी खून की, खी्र ष्ट के क्रूस से बह गई, (2)
धुल गये पाप, मिट गये दाग, (2) यीशु ख्रीष्ट के लहू से।
यीशु सलीब……………………….. - धो डालो आज पापों को, दिल से मिटा दो दागों को, (2)
हो जाओ साफ तन मन से आज (2) यीशु ख्रीष्ट के लहू से। (2)
यीशु सलीब…………………………… - मारा गया था क्रूस पर, छेदा गया था क्रूस पर, (2)
मैं भी बचा और तुम भी बचो, (2) यहोवा की सजाओं से।
यीशु सलीब…………………………
जो मेरी ईच्छा पूरी करते हैं वे सदा जीवित रहेंगे । (1 युहन्ना 2:17)