यीशु आ घर दिल में तू बना, दिल मेरा सूना तेरे बिना
दुनियाँ में सच्ची खुशी नही, मुश्किल में है मेरी जिन्दगी
यीशु आ….
- बेचैन दिल की पुकार है, तुझ बिन ये जीवन लाचार है-2
तुझसे प्रभु मुझको आस है, तुझमें तो प्यार ही प्यार है-2
तुझ बिन भलाई मेरी नहीं, प्रभु तेरे जैसा कोई नहीं-2 …. - जीवन की हालत पे रो पडूँ, तू ही बता यीशू क्या करूँ-2
दुनियाँ की खुशियाँ गम से भरी,धोखा ही धोखा है हर कही 2
ठोकरे अब मैं न खाऊँगा, दुनियाँ में दिल न लगाऊँगा-2 …. - तुझसे अलग जिन्दगी नहीं, तुझमें ही जीवन की हर खुशी-2
अब मैं न जीवन गवाऊँगा, तेरे लिए ही मैं जिऊँगा-2
जो भी खोया तुझमें मैं पाऊँगा, तुझमें मैं आनन्द मनाऊँगा-2
यीशु आ….
मेरा नाम दृढ गढ़ है जिसमें तुम भागकर सुरक्षा पाओगे । (नीतिवचन 18:10)