ऐ मेरे खुदा, ऐ मेरे खुदा, तुझे ढूंढ़ता हूँ दिन रात सदा
बंजर धरती और खुश्क जमीं, जहाँ पानी नहीं न कोई नमी
रूह मेरी है प्यासी तेरे लिए, अभिलाषी जिस्म है तेरे लिए।
- तेरे पावन धाम को देखा है, तेरा जलवा क्या है देखा है।
जीवन से है बढ़कर प्यार तेरा, होंठो पर हरदम नाम तेरा,
ता उम्र मैं तेरी सना करूँ, मैं हाँथ उठाकर दुआ करूँ।
ऐ मेरे खुदा…………………… - तुझे शाम ढले मैं याद करूँ, ता सुबहो तेरा ध्यान करूँ
तू हरदम मेरा सहायक हो, तेरे पंखों तले गंुण गान करूँ।
मेरी लौ तुझसे ही लगी रहे, तेरा हाँथ हमेशा साथ ही रहे।
ऐ मेरे खुदा……………………
इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपके मित्रों के लिये अपना प्राण दे। यूहन्ना 15:13