II Share This Post, कृपया इस पोस्ट को दुसरो को शेयर जरुर करे II

5/5 - (2 votes)

दीपक हैं हम तेरे प्रभु, हम ज्योति जलायेंगे,
आँधियारे को दूर भगा, उजियाला लायेंगे।

  1. विनती हमारी तुझसे है, प्रभु बचा हमारे प्राण,
    आये शरण हम तेरे, मुक्ति दे दो महान,
    तेरे क्रूस को देखकर, हम शीश झुकायेंगे…
  2. नील गगन के नीचे, सुनी थी ये सबने आवाज,
    आयेगा वो प्यारा यीशु, बादलों के साथ,
    तेरे नूर को हम देखेंगे, अपने शीश नवायेंगे,
  3. मुक्ति मिलेगी तुमको प्यारों, आओ यीशु के पास,
    उसको बना लो अपना प्यारा, होगे तुम न उदास,
    अरमान हमारा है यही, हम साथ में जायेंगे…….

धर्मी पेट भर खाते पाता है, परन्तु दुष्ट भूखे ही रहते हैं। नीतिवचन 13:25


II Share This Post, कृपया इस पोस्ट को दुसरो को शेयर जरुर करे II

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!