जिन्दा लहू, जिन्दा लहू-4
सब कुछ होता है, लहू जब धोता है,
यीशु मसीह तेरा लहू-2 दामन धोता है…..
- बीमारियाँ छोड़ जाती है, कमजोरियाँ मुँह छिपाती हैं-2
हड्डियों में जान आ जाती है-2
दिल को शकून होता है,…….सब कुछ होता है……… - धागे ताबीज दम तोड़ते हैं, यीशु के नाम में छोड़ते हैं-2
रूहे खुदा आ जाता है-2
यीशु-यीशु होता है…….सब कुछ होता है……… - तूने मसीहा आला दवा, इससे मिले हर मरज की शिफा-2
खा ये बदन, और पी ये लहू-2
काहे को रोता हैं …….सब कुछ होता है………
चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं! भजन संहिता 46:10