तू प्यार का सागर, सागर दया का तू है
तेरे प्यार के सागर में, हम डूबना चाहते हैं-2
- गहराई मिले सागर की ऊँचाई मिले आसमां की
पर कोई नाप न पाएगा, गहराई तेरे प्यार की
तू प्यार का सागर………………. - परमेश्वर होने पर भी तू, मानव रूप धारण किया
प्रभु तेरे इसी प्यार ने, हमको दिवाना बनाया-2
तू प्यार का सागर……………….
हे प्रियों, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। 1 यूहन्ना 4:11