आ गया हूँ खुदावन्द, सुन ले मेरी ये दुआ…2
दुश्मन शैतान है, करता हैरान है……2
लेकिन फजल तेरा शहबान है,
जलते तीर उसके बारिश के मानिन्द,
मुझको न कर सके, तुझसे जुदा,
आ गया हूँ खुदावन्द……………
उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक, यहोवा का नाम स्तुति के योग्य है। भजन संहिता 113:3